इंदौर में अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने 25-26 जुलाई की रात चारों जोन में सख्त पुलिस फोर्स के साथ गश्त और चेकिंग अभियान चलाया। इसमें 1015 से ज्यादा बदमाशों को चेक किया गया और 492 के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई की गई। ये कार्रवाई लगातार जारी रहेगी ताकि शहर में कानून व्यवस्था मजबूत बनी रहे।
कमिश्नर संतोष कुमार सिंह के मार्गदर्शन में पूरे शहर में पुलिस टीमों ने सभी थाना क्षेत्रों में देर रात कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया। इसके तहत लंबे समय से फरार अपराधियों समेत 1015 बदमाशों की जांच की गई, जिनमें से 492 पर सीधे सख्त कार्रवाई हुई। 289 से ज्यादा वारंट स्थायी, गिरफ्तारी, जमानती और 136 समन तामील किए गए। इन सब अभियानों का उद्देश्य इंदौर को अपराध-मुक्त बनाना है।
गश्त अभियान में अवैध गतिविधियों पर कड़ा शिकंजा
इंदौर पुलिस ने गश्त के दौरान अवैध हथियार, शराब और ड्रग्स जैसे मामलों पर खास नजर रखी। सरप्राइज चेकिंग में 17 शराब प्रकरण दर्ज किए गए, वहीं वाहन चेकिंग के दौरान 97 शराबी चालकों के खिलाफ 185 मोटर व्हीकल ऐक्ट के तहत कार्रवाई की गई। यातायात नियमों का उल्लंघन कर लापरवाही से गाड़ी चलाने पर भी 12 चालकों को पकड़ा गया। थाना एरोड्रम ने एक आरोपी से देशी पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किए, वहीं थाना एमआईजी में अवैध हथियार पर चार नए मामले दर्ज हुए। तिलक नगर पुलिस ने एक जिलाबदर बदमाश को गिरफ्तार किया, जो जिलाबदर की शर्तों की अवहेलना कर रहा था।
शहर में कई स्थानों से गुमशुदा या फरार अपराधी भी पुलिस के शिकंजे में आए हैं। ऐसे सभी अभियुक्तों से मौके पर डोजियर भरवाए गए और आगे अपराध न करने की सख्त हिदायत दी गई है।
इंदौर पुलिस की कार्यवाही से अपराधी-गुंडों में खलबली, अलग-अलग अपराधों में शामिल दर्जनों बदमाश पकड़े
इस अभियान में बदमाशों के अलावा, पुलिस ने 203 अपराधी किस्म के, 61 नकबजन, 31 लुटेरे, 73 चाकूबाज, 15 ड्रग पैडलर्स, 37 हिस्ट्रीशीटर, 37 निगरानी बदमाश, 42 जिलाबदर/रासुका के अपराधी, 9 महिला अपराध संलिप्त, और 15 आगजनी/तोड़फोड़ में मिले अपराधियों को पकड़ा गया।
हर गिरफ्तार या चेक किए गए अपराधी को पुलिस ने स्पष्ट हिदायत दी कि अगर दोबारा अपराध में पकड़े गए तो और सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। पुलिस द्वारा इस दौरान रिकॉर्ड मेंटर, अपराधी डोजियर जमा करवाने की भी अनूठी रणनीति अपनाई गई और सभी बदमाशों की तस्दीक की गई।
हर एरिया में दबिश, अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
इंदौर पुलिस की यह कार्रवाई दर्शाती है कि शहर में अपराध या असामाजिक गतिविधियों को लेकर कोई ढील नहीं दी जाएगी। रोजाना की गश्त, सरप्राइज चेकिंग और टेक्नोलॉजी बेस्ड निगरानी से पुलिस हर वक्त तैयार है। पुलिस चेकिंग अभियान आगे भी इसी तरह चलता रहेगा ताकि इंदौर को सुरक्षित और अपराधियों के लिए मुश्किल बनाकर रखा जा सके।
कमिश्नर और डीसीपी के नेतृत्व में सबको संदेश है कि शहर में अवैध गतिविधियों, बदमाशों या अनुशासनहीन तत्वों के लिए कोई जगह नहीं बची है। इंदौर की शांति, सुरक्षा और विकास के लिए पुलिस का ये सख्त रुख आगे भी जारी रहेगा।