इंदौर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा चलाया जा रहा “नशे से दूरी है जरूरी” अभियान अब एक बड़े सामाजिक आंदोलन का रूप लेता जा रहा है। 24 जुलाई को शहर के कई थाना क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों और नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों ने नशामुक्त जीवन की शपथ ली और आम नागरिकों को भी इससे जोड़ते हुए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।
थाना मल्हारगंज सहित पूरे नगरीय क्षेत्र में पुलिस थानों ने अलग-अलग स्थानों पर नशामुक्ति शपथ कार्यक्रम आयोजित किए। इसमें नगर सुरक्षा समिति के सदस्य, पुलिस स्टाफ और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। इस दौरान न केवल शपथ ली गई बल्कि सार्वजनिक स्थलों, बस्तियों और शैक्षणिक संस्थानों में लोगों को जागरूक करने के लिए हस्ताक्षर अभियान और जागरूकता वार्ताएं भी की गईं।
हर थाना क्षेत्र में चला संकल्प और संवाद का सिलसिला
जूनी इंदौर, राऊ, सराफा, गांधी नगर, पलासिया, तेजाजी नगर, संयोगितागंज, छोटी ग्वालटोली, द्वारिकापुरी, अन्नपूर्णा, पंढरीनाथ, आजाद नगर, विजय नगर, कनाड़िया, बाणगंगा और हीरा नगर जैसे तमाम थाना क्षेत्रों में थाना प्रभारियों की अगुवाई में यह अभियान एक साथ संचालित किया गया।
पुलिस अधिकारियों ने पहले नगर सुरक्षा समिति सदस्यों और स्टाफ को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया, फिर उन्हें नशामुक्ति की शपथ दिलाई। इसके बाद सभी ने आम नागरिकों से संपर्क कर यह संदेश पहुंचाया कि नशे से केवल व्यक्ति नहीं, परिवार और समाज भी प्रभावित होते हैं।
छावनी चौराहे, कॉलोनियों, भील बस्तियों, चौराहों और स्कूल परिसरों में यह संदेश स्पष्ट रूप से दिया गया कि अब वक्त है जिम्मेदारी से जीने का और नशे से
नाता तोड़ने का।
छात्रों, कोचिंग सेंटर और स्कूलों में भी पहुंची मुहिम की लहर
CMC कोचिंग संस्थान में उनि शिवम ठक्कर ने लगभग 900 स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए उन्हें नशे के दुष्परिणाम बताए और नशा छोड़ने की शपथ दिलाई। हीरा नगर क्षेत्र में पुलिस टीम यूरो किड्स स्कूल पहुंची, जहां बच्चों को सरल भाषा में समझाया गया कि कैसे नशा शरीर, मन और भविष्य सब कुछ प्रभावित करता है।
आजाद नगर थाना क्षेत्र में भी स्कूलों में रंगोली और पेंटिंग प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों को इस मुहिम से जोड़ा गया और रचनात्मक अभिव्यक्ति के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
