इंदौर पुलिस ने “नशे से दूरी है ज़रूरी” अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए अब वीडियो फिल्मों का सहारा लिया है। ‘A Missed Call’ नामक पहली शॉर्ट फिल्म आज लॉन्च की गई है। इस फिल्म में एक युवा की कहानी है, जो नशे की लत में पड़कर अपना जीवन गँवाने की कगार पर पहुँच जाता है।
नशे के दुष्परिणामों को आमजन तक बेहतर तरीके से पहुँचाने के लिए पुलिस कमिश्नर श्री संतोष कुमार सिंह के मार्गदर्शन में 5 शॉर्ट फिल्में तैयार की गई हैं। इन फिल्मों के माध्यम से यह दिखाया गया है कि नशा केवल एक शारीरिक बीमारी नहीं, बल्कि मानसिक, सामाजिक और आर्थिक स्तर पर भी इंसान को खोखला कर देता है।
पहली फिल्म ‘A Missed Call’ आज जारी की गई है, जो एक भावनात्मक कहानी के ज़रिए यह दिखाती है कि कैसे एक साधारण गलती ज़िंदगी को गहरे अंधेरे में धकेल सकती है। फिल्म में कोई जबरन संदेश नहीं, बल्कि सच्चाई को सरल और सटीक तरीके से दिखाया गया है।
ड्रग्स के दुष्प्रभावों को दिखाने वाली शॉर्ट फिल्मों की प्रभावी सीरीज
इंदौर पुलिस द्वारा बनाई गई 5 शॉर्ट फिल्में A Missed Call, The Quiet, Entrap, Choice, और Inject हर एक फिल्म एक अलग दृष्टिकोण से ड्रग्स के खिलाफ कहानी बयां करती है।
इन फिल्मों में कलाकारों ने दिखाया है कि कैसे एक बार नशे की आदत लगने के बाद इंसान का स्वास्थ्य, रिश्ते, शिक्षा और करियर सब कुछ खत्म होने लगता है।
फिल्मों की सबसे खास बात यह है कि इन्हें किसी डाक्यूमेंट्री की तरह नहीं बल्कि युवाओं से जुड़ी सच्ची और संवेदनशील कहानियों के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इनसे हर कोई खुद को जोड़ पाएगा। ये फिल्में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों में भी दिखाई जाएंगी ताकि युवाओं में शुरुआत से ही जागरूकता पैदा की जा सके।
पहली शॉर्ट फिल्म “A Missed Call” से हुई शानदार शुरुआत
पहली शॉर्ट फिल्म A Missed Call एक ऐसे युवा की कहानी है, जो एक दोस्त की गलत संगत में आकर ड्रग्स के संपर्क में आता है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक मिस्ड कॉल उसकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बन जाती है।
इस फिल्म के ज़रिए यह संदेश दिया गया है कि छोटी-छोटी गलतियां भी कितनी बड़ी कीमत मांग सकती हैं। फिल्म की कहानी, स्क्रीनप्ले और अभिनय इसे खास बनाते हैं।
इसे इंदौर पुलिस के सोशल मीडिया चैनलों, स्कूल-कोचिंग प्रोग्राम और सामुदायिक स्क्रीनिंग के ज़रिए व्यापक स्तर पर प्रसारित किया जाएगा।