थाना मल्हारगंज द्वारा चलाए जा रहे नशा विरोधी अभियान के पांचवें दिन भी जनसंपर्क और जन-जागरूकता को केंद्र में रखा गया। ऑटो-रिक्शा और शासकीय वाहनों पर पोस्टर लगाकर संदेश फैलाया गया, वहीं जिंसी हाट क्षेत्र में नुक्कड़ नाटक के ज़रिए आम जनता को नशे के खतरे और सामाजिक प्रभावों के बारे में समझाया गया।
इंदौर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र में पांचवें दिन भी नशा मुक्ति अभियान ने रफ्तार पकड़ी। पोस्टर, नुक्कड़ नाटक और शपथ जैसे माध्यमों से पुलिस ने न सिर्फ जानकारी दी, बल्कि लोगों को सक्रिय भागीदारी के लिए भी प्रेरित किया। नागरिकों से संवाद कर उन्हें बताया गया कि नशे से दूरी ही सुरक्षित और स्वस्थ जीवन की ओर पहला कदम है।
आज के अभियान की शुरुआत पोस्टर वितरण से हुई, जिसमें नशा विरोधी संदेश लिखे पोस्टर स्थानीय ऑटो-रिक्शा और शासकीय वाहनों पर चिपकाए गए। इसके बाद जिंसी हाट क्षेत्र में एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ, जिसमें कलाकारों ने नशे की लत और उसके पारिवारिक व सामाजिक असर को प्रभावशाली तरीके से दर्शाया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों को नशा न करने और दूसरों को भी इसके लिए जागरूक करने की शपथ दिलाई गई। पूरे आयोजन में मल्हारगंज थाना की टीम सक्रिय रही और हर गतिविधि में स्थानीय नागरिकों की भागीदारी ने इसे एक सार्थक रूप दिया।
सामूहिक प्रतिबद्धता से बनेगा नशामुक्त समाज
पुलिस अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल एक-दो दिन की पहल नहीं है, बल्कि यह तब तक जारी रहेगा जब तक समाज में नशा पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता। मल्हारगंज थाना प्रभारी ने बताया कि आज के पोस्टर अभियान से हजारों लोगों तक यह संदेश पहुँचा कि नशा केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक समस्या है। नुक्कड़ नाटक ने भी लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ा, और कई दर्शकों ने मौके पर ही अपनी आदतें सुधारने का संकल्प लिया। इस तरह के छोटे-छोटे प्रयास ही समाज में बड़े बदलाव की नींव रखते हैं।
नागरिकों की सहभागिता बनी अभियान की ताकत
इस अभियान में स्थानीय लोगों की भागीदारी भी देखने लायक रही। कई व्यापारियों, समाजसेवियों और युवाओं ने स्वयं आकर अभियान से जुड़ने की इच्छा जताई। कार्यक्रम के दौरान नागरिकों से संवाद करते हुए पुलिस ने उन्हें बताया कि पुनर्वास सेवाएं भी उपलब्ध हैं और कोई भी व्यक्ति नशा छोड़ने की दिशा में सहयोग प्राप्त कर सकता है। इस सहभागिता ने यह साबित किया कि जागरूकता फैलाने में केवल पुलिस ही नहीं, समाज के हर तबके की भूमिका जरूरी है। आने वाले दिनों में इस अभियान को और विस्तार दिया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।