इंदौर पुलिस ने नशे के खिलाफ जनजागरूकता फैलाने के लिए अनोखी पहल करते हुए एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया। “नशे से दूरी है ज़रूरी” अभियान के तहत शहर में 7100 लोगों की विशाल मानव श्रृंखला बनाई गई, जिसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन ने भी मान्यता दी।
भंवरकुआ चौराहे से पलासिया चौराहे तक 7100 लोगों ने “Say No To Drugs” की थीम पर हाथों में तख्तियाँ लेकर मानव श्रृंखला बनाई। इस आयोजन में स्कूल-कॉलेज, कोचिंग संस्थानों के छात्र, नगर सुरक्षा समिति सदस्य, ट्रैफिक वार्डन, आम नागरिक, महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए। यह श्रृंखला नशे के खिलाफ एकता और जागरूकता का जीवंत प्रतीक बनी।
नशे के खिलाफ इंदौर की सबसे बड़ी सामूहिक पहल
इस मानव श्रृंखला की शुरुआत अति. पुलिस आयुक्त श्री अमित सिंह और पुलिस उपायुक्त जोन-4 श्री ऋषिकेश मीणा ने की। आयोजन में शहर सहोदय ग्रुप के स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों ने विशेष भागीदारी निभाई। छात्र-छात्राओं ने तख्तियों और पंपलेट्स के माध्यम से नशे के नुकसान बताकर लोगों को इससे दूर रहने का संदेश दिया।
मानव श्रृंखला भंवरकुआ से होकर नवलखा, जीपीओ, गीताभवन और अंत में पलासिया चौराहे तक फैली थी। आयोजन के समापन पर अति. पुलिस आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने इस आयोजन की भूरि-भूरि सराहना करते हुए इसे इंदौर के लिए गर्व का क्षण बताया।
वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ इंदौर का नाम
इस विशाल आयोजन को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन ने भी मान्यता दी। वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम के सदस्य श्री भरत शर्मा ने इंदौर पुलिस कमिश्नर श्री संतोष कुमार सिंह को प्रोविजनल सर्टिफिकेट भेंट किया। यह आयोजन सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और सक्रिय नागरिकता का प्रमाण था।
पुलिस आयुक्त ने इस उपलब्धि के लिए सभी प्रतिभागियों, पुलिस अधिकारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई दी। साथ ही सभी को प्रशस्ति पत्र देकर उनकी भूमिका को सम्मानित किया गया।