थाना मल्हारगंज, इंदौर द्वारा चलाए गए नशामुक्ति अभियान का आज समापन हुआ। समापन कार्यक्रम विद्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें छात्राओं ने ड्रग्स के विरुद्ध अपनी सोच को पेंटिंग के माध्यम से दिखाया। चयनित विजेता छात्राओं को पुलिस द्वारा पुरस्कृत कर हौसला बढ़ाया गया और सभी को नशे के खिलाफ आवाज उठाने हेतु प्रेरित किया गया।
“नशे के विरुद्ध जन-जागरूकता अभियान” के अंतिम दिन शासकीय शारदा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ड्रग्स विरोधी कार्यक्रम संपन्न हुआ। यहां पूर्व में आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता की विजेता छात्राओं को सर्टिफिकेट व पुरस्कार भेंट किए गए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं और युवाओं में नशे के नुकसान की जानकारी देना और समाज में जागरूकता फैलाना था। अतिपुलिस उपायुक्त आलोक शर्मा ने बच्चों को संबोधित करते हुए नशे की प्रवृत्ति पर चिंता जताई और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली, पढ़ाई लेखन, कला और खेल से जुड़ने की प्रेरणा दी। पुलिस टीम द्वारा उपस्थित छात्राओं को जिम्मेदार नागरिक बनकर समाज में बदलाव लाने का संदेश दिया गया।
पेंटिंग प्रतियोगिता का असर
अभियान के दौरान छात्राओं द्वारा बनाए गए पेंटिंग्स ने नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाई। रचनात्मकता के जरिये बच्चों ने बताया कि नशा किस तरह परिवार, करियर और सामाजिक समरसता को प्रभावित करता है। इस तरह की गतिविधियां बच्चों में न सिर्फ सामाजिक जिम्मेदारी की भावना मजबूत करती हैं बल्कि स्वच्छ, स्वस्थ समाज की नींव भी रखती हैं। विद्यालय स्टाफ ने भी थाना मल्हारगंज के अभियान की सराहना की और आगे भी पुलिस-पब्लिक सहभागिता से ऐसे कार्यक्रम कराने की बात कही।
जागरूकता के सफर का समापन, आगे के लिए प्रेरणा
अभियान के सफल समापन पर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यह जागरूकता यात्रा केवल एक पहल नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को नशे से दूर रखने की सतत कोशिश है। विद्यालयों, खेल मैदानों और जनसमूहों में लगातार चले इस अभियान से इंदौर के हजारों युवाओं और नागरिकों को नशा छोड़ने, सकारात्मक सोच अपनाने और समाज के प्रति जागरूक होने का संदेश मिला है।
पुलिस प्रशासन ने सभी छात्राओं, अभिभावकों और शिक्षकों से अपील की कि वे नशे के खिलाफ जागरूकता की इस मुहिम को हर गली, मोहल्ले और परिवार तक पहुंचाएं, ताकि आने वाली पीढ़ी नशामुक्त और स्वस्थ समाज की ओर बढ़ सके।