इंदौर। वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों पर लगाम कसने और आमजन में जागरूकता लाने के उद्देश्य से, इंदौर पुलिस कमिश्नरेट लगातार विभिन्न साइबर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। इसी कड़ी में, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर, राजेश दंडोतिया ने अपनी टीम के साथ भंवरकुआं स्थित दृष्टि कोचिंग इंस्टीट्यूट में एक महत्वपूर्ण साइबर अवेयरनेस कार्यशाला का आयोजन किया।इस कार्यशाला में लगभग 350 छात्रों को विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड और सोशल मीडिया से संबंधित अपराधों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। छात्रों को यह भी समझाया गया कि साइबर अपराध होने पर साइबर हेल्पलाइन-1930, पोर्टल www.cybercrime.gov.in, या इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 7049124445 पर किस प्रकार शिकायत दर्ज कराएं और पुलिस इन पर कैसे कार्यवाही करती है।

श्री दंडोतिया ने व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से छात्रों को साइबर अपराधों से बचने के महत्वपूर्ण उपाय बताए। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज के डिजिटल युग में छोटी सी गलती भी साइबर फ्रॉड का कारण बन सकती है, इसलिए जागरूक और सतर्क रहना बेहद जरूरी है। उन्होंने छात्रों को लुभावने ऑफर्स वाले टेलीग्राम टास्किंग, ऑनलाइन गेमिंग/बेटिंग आदि के लालच में न आने की सलाह दी और उनसे अपना सारा ध्यान पढ़ाई में लगाकर अपने सपनों को साकार करने का आग्रह किया। छात्रों को अपनी निजी जानकारी किसी से भी साझा न करने और सोशल मीडिया पर भी सावधानी बरतने की हिदायत दी गई। इस दौरान पुलिस टीम ने सभी छात्रों को साइबर अवेयरनेस पम्पलेट्स और स्टिकर्स भी प्रदान किए और उन्हें साइबर जागरूकता फैलाने में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया। यह पहल छात्रों को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने और साइबर खतरों से बचने के लिए सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।