इंदौर: जिस प्रकार हम उचित खानपान व योगाभ्यास से अपने शरीर का ध्यान रखते हैं, उसी प्रकार जागरूक और सतर्क रहकर ही साइबर अपराधों से बचा जा सकता है। इसी मूलमंत्र के साथ, इंदौर पुलिस कमिश्नर नगरीय इंदौर के निर्देशन में, शहर में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने और लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर, श्री राजेश दंडोतिया ने अपनी पुलिस टीम के साथ हरिओम योग केंद्र, इंदौर द्वारा एनी बेसेंट स्कूल के सभागार में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में शिरकत की। यह ‘साइबर पाठशाला’ लगभग 150 सीनियर सिटीजन्स के लिए आयोजित की गई थी, जहाँ उन्हें विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड और सोशल मीडिया से संबंधित अपराधों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

श्री दंडोतिया ने उपस्थित सभी लोगों को साइबर अपराध होने पर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया को व्यावहारिक रूप से समझाया। उन्होंने साइबर हेल्पलाइन-1930, पोर्टल cybercrime.gov.in, और इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 7049124445 का उपयोग कैसे करें, इस पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस इन शिकायतों पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
उन्होंने सभी से कहा कि वर्तमान समय में साइबर क्राइम समाज के लिए एक घातक बीमारी बन चुका हैं। जिस प्रकार लोग उचित खानपान, नियम और योगाभ्यास से अपने शरीर को स्वस्थ रखते हैं, उसी प्रकार सावधानी और जागरूकता रखकर हम इस वर्चुअल लाइफ में भी डिजिटल अरेस्ट, सेक्सटॉर्शन, बैंकिंग फ्रॉड, साइबर स्टॉकिंग्स जैसे साइबर अपराधों से अपना बचाव कर सकते हैं। उन्होंने इस सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया।
अतः, डिजिटल किसी भी काम को करते समय पूर्ण सावधानी बरतें और डिजिटल लाइफ में लालच, डर व लापरवाही बिल्कुल न करें। साथ ही, अपनी निजी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति से कभी भी साझा न करें।