खरगोन। नवगठित नगर परिषद बिस्टान में गठन के महज 3 साल में ही करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का मामला अब राजनीतिक रंग लेने लगा है। परिषद के पार्षदों ने आरटीआई से मिले दस्तावेजों के आधार पर इस गडबडझाले का खुलासा किया था, जिसकी शिकायत के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नही होने के बाद अब यह मामला पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री अरुण यादव एवं क्षेत्रीय विधायक केदार डावर ने कलेक्टर के संज्ञान में लाकर कार्रवाई की मांग की है।
कलेक्टर भव्या मित्तल से मिलने के बाद विधायक डावर ने आरोप लगाते हुए बताया कि नगर परिषद अध्यक्ष एवं सीएमओ परिषद ने संसाधन जुटाने के साथ ही विकास कार्यों के लिए जो मशीनरी, वाहन आदि की खरीदी की गई है, वही बाजार मूल्य से कई गुना अधिक के दाम पर खरीदी के बिल लगाए है, इसके अलावा रिपेयरिंग कार्यांे में भी फर्जी बिल लगाकर लाखों रुपए की राशि का आहरण किया गया है। इसकी पार्षदों द्वारा की गई शिकायत के बाद भी अब तक कोई जांच टीम गठित नही की गई। इसी प्रशासनिक उदासीनता के चलते नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार के मामले में दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही हुई है। इसके चलते कलेक्टर से मुलाकात कर मामलें में हस्तक्षेप करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।