महू के उत्कृष्ट बालक उ.मा. विद्यालय में मालवमंथन और पुष्पित तूलिका ने औषधीय पौधों से ‘हर्बल फर्स्ट एड बॉक्स’ का रोपण किया। जानिए इस अनोखी पहल के उद्देश्य, फायदे और इसका छात्रों पर प्रभाव।
इंदौर के महू में ‘मालवमंथन’ और ‘पुष्पित तूलिका’ संस्था ने मिलकर उत्कृष्ट बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ‘हर्बल फर्स्ट एड बॉक्स’ का सफल रोपण किया। इसका उद्देश्य छात्रों को प्राकृतिक चिकित्सा और औषधीय पौधों के महत्व से अवगत कराना है।
यह कार्यक्रम 20 जुलाई को आयोजित किया गया, जिसमें तुलसी, नीम, गिलोय, एलोवेरा जैसे औषधीय पौधों को स्कूल परिसर में विशेष रूप से एक क्षेत्र में रोपा गया। इसे ‘हर्बल फर्स्ट एड बॉक्स’ का नाम दिया गया, जिसका मतलब है – प्राथमिक इलाज के लिए प्राकृतिक विकल्प। छात्रों को इन पौधों के गुण, उपयोग और उनसे होने वाले फायदों की जानकारी दी गई। इस आयोजन में शिक्षकों, विद्यार्थियों और सामाजिक संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी रही।
इस पहल का उद्देश्य बच्चों को न केवल पर्यावरण से जोड़ना है, बल्कि उन्हें प्रकृति के औषधीय खजाने के प्रति जागरूक करना भी है। यह उन्हें घरेलू और प्राकृतिक उपचार की दिशा में एक समझ प्रदान करेगा।
हर्बल फर्स्ट एड बॉक्स का उद्देश्य और लाभ
इस प्रकल्प का मुख्य उद्देश्य छात्रों को ऐसी जानकारी देना है, जिससे वे छोटी-मोटी बीमारियों में बिना केमिकल दवाइयों के प्राकृतिक विकल्पों की ओर रुख कर सकें। ये पौधे एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और इम्यूनिटी बूस्टर गुणों से भरपूर होते हैं, जो शरीर को प्राकृतिक तरीके से हील करते हैं।
छात्रों में जागरूकता और प्रकृति से जुड़ाव
कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने पौधों को रोपते समय उनका नाम, उपयोग और औषधीय विशेषताओं को जाना। इससे उनमें पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य जागरूकता और प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति रुचि विकसित हुई। यह पहल बच्चों को प्रकृति से जोड़कर उनमें जिम्मेदारी और संवेदनशीलता भी विकसित करती है।