इंदौर के शारदा कन्या स्कूल में मल्हारगंज पुलिस ने चलाया नशा मुक्ति अभियान, छात्राओं ने पोस्टर और पेंटिंग से दिया असरदार संदेश
“नशे से दूर रहो, ज़िंदगी संवारो” थाना मल्हारगंज द्वारा आयोजित जागरूकता अभियान के सातवें दिन छात्राओं ने रचनात्मकता से समाज को दिया बड़ा संदेश। पेंटिंग, पोस्टर प्रतियोगिता, शपथ और पुरस्कार वितरण से माहौल बना प्रेरणादायक।
मल्हारगंज पुलिस ने अपने “नशे के विरुद्ध जन-जागरूकता अभियान” के सातवें दिन शारदा कन्या स्कूल में एक अलग ही रंग भरा। पोस्टर, पेंटिंग और चित्रों के ज़रिए छात्राओं ने साफ कहा ‘नशा सिर्फ ज़िंदगी बिगाड़ता है। ‘ कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों ने शपथ दिलाई और बच्चियों को प्रेरित किया।
21 जुलाई को थाना मल्हारगंज, इंदौर ने अपने जन-जागरूकता अभियान को स्कूल स्तर पर पहुंचाया। शासकीय शारदा कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल में हुए इस आयोजन में करीब 100 छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। “नशे से बचो, खुशहाल बनो” जैसे संदेशों से भरे पोस्टर और चित्रों के ज़रिए बच्चों ने ये बात साफ कर दी कि वो इस बुराई के खिलाफ खड़े हैं। कार्यक्रम के अंत में अच्छी प्रस्तुति देने वाली छात्राओं को पुरस्कार दिए गए और सभी ने मिलकर शपथ ली कि वे खुद भी नशे से दूर रहेंगे और दूसरों को भी रोकेंगे।
छात्राओं ने चित्रों में बताया नशा बर्बादी का रास्ता है
इस विशेष कार्यक्रम में सबसे बड़ी बात यह रही कि बच्चियों ने जो पोस्टर और पेंटिंग बनाई, वो सिर्फ रंग और ब्रश से नहीं बनी थीं, उनमें सोच, समझ और समाज को बदलने की मंशा भी साफ दिखी।
“नशे से जीवन में अंधेरा आता है”, “Say No to Drugs”, और “Choose Life, Not Addiction” जैसे स्लोगन बच्चों के हाथों में पोस्टर की शक्ल में थे। इन चित्रों में रंगों के ज़रिए बताया गया कि कैसे नशा पहले मन को, फिर शरीर को और धीरे-धीरे पूरे परिवार को तोड़ देता है।
इन रचनात्मक प्रयासों ने न सिर्फ स्कूल के वातावरण को जागरूक बनाया, बल्कि वहां मौजूद सभी टीचर्स और पुलिस अधिकारियों को भी भावुक कर दिया। पुलिस टीम ने हर बच्ची को यह समझाने की कोशिश की कि उनका आज का एक छोटा फैसला, भविष्य को बड़ा बना सकता है।
पुलिस की मौजूदगी और शपथ ने बढ़ाया हौसला
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से जोन 1 के सहायक पुलिस आयुक्त मौजूद रहे, उन्होंने बच्चों को नशे से जुड़ी हकीकतें समझाईं, कैसे यह आदत स्कूल ड्रॉपआउट्स, बेरोजगारी, अपराध और परिवार टूटने जैसी बड़ी समस्याओं को जन्म देती है।
इसके बाद सभी छात्राओं और उपस्थित नागरिकों को नशे से दूर रहने की सामूहिक शपथ दिलाई गई। ये सिर्फ औपचारिकता नहीं थी, बल्कि उस सोच को मजबूत करने वाला पल था जो हर बच्ची के दिल में बसी थी, “हमें साफ और सच्चा जीवन जीना है”।
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस सिर्फ अपराध रोकने के लिए नहीं, समाज को सही दिशा दिखाने के लिए भी है। और ये अभियान उसी सोच का हिस्सा है।