हैदराबाद: तेलुगु फिल्मों के मशहूर अभिनेता अल्लू अर्जुन से चिक्कड़पल्ली पुलिस ने चार दिसंबर को फिल्म ‘पुष्पा-2’ की स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ मामले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को पूछताछ की। इस पूछताछ में अभिनेता से कई सवाल किए गए, और पुलिस ने यह जानने की कोशिश की कि क्या अल्लू अर्जुन को स्क्रीनिंग में भाग लेने की अनुमति थी, और क्या उन्हें भगदड़ के बारे में जानकारी थी।
क्या सवाल पूछे गए थे अल्लू अर्जुन से?
पुलिस ने अभिनेता से कुछ मुख्य सवाल किए:
- क्या आपको पता था कि प्रीमियर में आने के लिए पुलिस की अनुमति नहीं दी गई थी?
- पुलिस की अनुमति न मिलने के बावजूद विशेष स्क्रीनिंग में शामिल होने का फैसला किसने लिया?
- क्या किसी पुलिस अधिकारी ने आपको बाहर मची भगदड़ के बारे में सूचित किया?
- आपको महिला की मौत के बारे में कब पता चला?
पुलिस का दावा और जांच की स्थिति
पुलिस का दावा है कि अल्लू अर्जुन को फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मचने के बाद भी सिनेमा हॉल से बाहर जाने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने हॉल छोड़ने से इंकार कर दिया था। इस भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई थी। हैदराबाद पुलिस आयुक्त सी.वी आनंद ने एक वीडियो दिखाया था, जिसमें भगदड़ के दौरान की स्थिति को दर्शाया गया।
बाउंसरों और पुलिस से हुए विवाद पर भी पुलिस की चेतावनी
पुलिस ने यह आरोप भी लगाया कि जब भगदड़ मची थी, तो अल्लू अर्जुन द्वारा नियुक्त बाउंसरों ने पुलिसकर्मियों और भीड़ से दुर्व्यवहार किया था। पुलिस आयुक्त ने चेतावनी दी कि अगर बाउंसरों ने पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अल्लू अर्जुन की प्रतिक्रिया और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्हें अल्लू अर्जुन के मैनेजर द्वारा महिला की मौत के बारे में बताया गया, लेकिन फिर भी अभिनेता से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। बाद में पुलिस ने अभिनेता से संपर्क किया और उन्हें सिनेमा हॉल से बाहर जाने को कहा, ताकि अधिक नुकसान न हो। पुलिस ने बाद में एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ अभिनेता को बाहर निकाला।