प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक और निर्माता श्याम बेनेगल का सोमवार 23 दिसंबर को मुंबई में निधन हो गया। उन्होंने मुंबई सेंट्रल के वोकहार्ट अस्पताल में आखिरी सांस ली। श्याम बेनेगल का अंतिम संस्कार आज शिवाजी पार्क इलेक्ट्रिक क्रिमेटोरियम में किया गया। उनके पार्थिव शरीर को एंबुलेंस से श्मशान घाट तक ले जाया गया, जहां उनके साथ एक्टर अतुल तिवारी भी मौजूद थे।
श्याम बेनेगल को 8 फिल्मों के लिए नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है और उनके नाम पर इस पुरस्कार का रिकॉर्ड है।
नम आंखों में विदाई
उनके अंतिम संस्कार में कई प्रमुख फिल्म इंडस्ट्री के लोग पहुंचे। एक्टर नसीरुद्दीन शाह और बोमन ईरानी भी वहां थे। इसके अलावा, निर्देशक और एक्टर रजित कपूर भी श्याम बेनेगल के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। शिवाजी पार्क इलेक्ट्रिक क्रिमेटोरियम में उन्हें गन सैल्यूट दिया गया।
फिल्मी दुनिया ने दी श्रद्धांजलि
- शेखर कपूर: श्याम बेनेगल ने भारतीय सिनेमा में नई लहर लाने का काम किया था। उन्होंने भारतीय सिनेमा की दिशा बदली और सिनेमा को नया रूप दिया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
- सुधीर मिश्रा: श्याम बेनेगल ने साधारण चेहरे और जीवन की कविता को सबसे बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया।
- इला अरुण: अपने गुरु श्याम बेनेगल के निधन से मैं स्तब्ध हूं, यह महसूस हो रहा है जैसे मैंने अपने पिता को खो दिया है।
श्याम बेनेगल का योगदान
श्याम बेनेगल को मंथन, मंडी, आरोहन, भूमिका, जुबैदा जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। मंथन, जो ऑस्कर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट हुई थी, किसानों से चंदा लेकर बनाई गई थी, जहां 5 लाख किसानों ने 2-2 रुपये का योगदान किया था। यह फिल्म भारतीय सिनेमा की एक ऐतिहासिक कृति के रूप में आज भी याद की जाती है।