सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो और इदलिब के अधिकतर इलाकों पर विद्रोही गुटों ने कब्जा कर लिया है। विद्रोहियों के इस गुट में हयात तहरीर अल-शम (HTS) और उनके सहयोगी संगठन शामिल हैं, जिनका समर्थन अलकायदा द्वारा किया जा रहा है।
27 नवंबर को HTS ने अलेप्पो में हमला किया और कई सैन्य ठिकानों पर कब्जा कर लिया। सीरिया सरकार ने सुरक्षा के मद्देनज़र अलेप्पो एयरपोर्ट, अस्पताल और शहर से जुड़ी सभी सड़कें बंद कर दी हैं। इस हमले के बाद अब तक दोनों पक्षों में 250 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच, रूस ने सीरियाई सरकार की मदद के लिए अपने सैन्य अभियान को तेज किया है और विद्रोहियों के ठिकानों पर बमबारी की। रूस ने दावा किया है कि इस हमले में 23 विद्रोही ठिकानों को नष्ट कर दिया गया और 200 से अधिक विद्रोहियों को मार गिराया है।
सीरिया में यह हमला बशर अल-असद की सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। विद्रोही गुट अब तक कई प्रमुख क्षेत्रों पर कब्जा कर चुके हैं, और इस संघर्ष में दोनों पक्षों की भारी क्षति हो रही है।
सीरिया का गृहयुद्ध और अलेप्पो की हालत
सीरिया का गृहयुद्ध 2011 में शुरू हुआ था, और यह 21वीं सदी का दूसरा सबसे विनाशकारी युद्ध माना जाता है। अलेप्पो, जिसे पहले यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त थी, अब एक खंडहर में बदल चुका है। 2012 तक अलेप्पो युद्ध की प्रमुख जगह बन गई थी, और सीरिया की सांस्कृतिक धरोहर भी बुरी तरह प्रभावित हुई थी।