प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (2 दिसंबर) को संसद के बालयोगी ऑडिटोरियम में फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की स्पेशल स्क्रीनिंग में भाग लिया। इस फिल्म ने गुजरात के गोधरा कांड के सच को उजागर किया है। फिल्म को देखने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अभिनेता विक्रांत मैसी भी उपस्थित थे। फिल्म 15 नवंबर को रिलीज हुई थी और इसका रनटाइम 2 घंटे 7 मिनट है।
फिल्म के निर्माता की सराहना:
स्क्रीनिंग के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने X हैंडल पर फिल्म के निर्माता की सराहना की। उन्होंने कहा, “द साबरमती रिपोर्ट की स्क्रीनिंग में साथियों के साथ शामिल हुआ। फिल्म निर्माताओं का मैं उनके प्रयासों के लिए आभार व्यक्त करता हूं।”
PM मोदी का बयान:
फिल्म को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था, "यह अच्छी बात है कि सच अब सामने आ रहा है। एक फेक नैरेटिव कुछ समय के लिए ही चलता है, लेकिन अंत में सत्य सामने आ ही जाता है।" उन्होंने सभी से फिल्म को देखने की अपील की थी। इसके बाद भाजपा के नेताओं ने भी सांसदों और विधायकों को यह फिल्म दिखाने का निर्देश दिया।
अमित शाह की तारीफ:
गृह मंत्री अमित शाह ने भी फिल्म की सराहना की। उन्होंने कहा, “द साबरमती रिपोर्ट फिल्म ने देशवासियों को गोधरा के सच से परिचित कराया। यह फिल्म हमें दिखाती है कि कैसे एक इकोसिस्टम ने इतने सालों तक इस सच को छिपाए रखा।” उन्होंने फिल्म की पूरी टीम को बधाई दी।
विक्रांत मैसी की प्रतिक्रिया:
एक्टर विक्रांत मैसी ने भी फिल्म को देखने के बाद मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और अन्य मंत्रियों के साथ फिल्म देखना मेरे करियर का एक अविस्मरणीय अनुभव था। यह मेरे लिए एक हाईलाइट है।”
फिल्म को टैक्स फ्री किया गया:
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है। 21 नवंबर को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और 20 नवंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फिल्म देखी और इसे टैक्स फ्री कर दिया।
विक्रांत मैसी को मिली धमकी:
फिल्म के रिलीज के बाद, विक्रांत मैसी को कई धमकियां मिली थीं, जिनमें उनके 9 महीने के बच्चे को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणियाँ की गईं। इन धमकियों के बाद, विक्रांत मैसी ने फिल्मों से एक ब्रेक लेने का निर्णय लिया और कहा कि 2025 में वह अंतिम बार पर्दे पर नजर आएंगे, जब तक कि स्थिति अनुकूल नहीं हो जाती।