इंदौर शहर में नशे के खिलाफ चल रहे इस अभियान के तहत थाना मल्हारगंज ने राम नगर क्षेत्र में नागरिकों और युवाओं को नशे के खतरों से अवगत कराया। आत्म-संयम, नशा मुक्ति की शपथ और पुनर्वास केंद्रों की जानकारी जैसे कदमों से लोगों को सकारात्मक जीवन अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
नशे के खिलाफ चल रहे जागरूकता अभियान के तहत थाना मल्हारगंज ने राम नगर क्षेत्र में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इसका मकसद था स्थानीय नागरिकों, खासकर युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से जागरूक करना और उन्हें नशामुक्त समाज के लिए प्रेरित करना। कार्यक्रम में आत्म-संयम, शपथ और पुनर्वास जैसी कई पहल शामिल रहीं।
इस विशेष जागरूकता अभियान में नागरिकों को बताया गया कि नशा केवल शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचाता, बल्कि मानसिक संतुलन और सामाजिक रिश्तों को भी प्रभावित करता है। युवाओं को आत्म-निर्भर बनने, सकारात्मक सोच रखने और नशे से दूर रहने की सलाह दी गई। साथ ही सभी उपस्थित लोगों ने नशा न करने की शपथ भी ली। झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों में जाकर जानकारी देने और पुनर्वास केंद्रों के बारे में बताने जैसे प्रयासों से लोगों को मदद मिल सकी। कार्यक्रम के दौरान लोगों को परामर्श और सहयोग भी दिया गया।
राम नगर और इंद्रा नगर में चला फील्ड कैंपेन, लोगों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
थाना मल्हारगंज द्वारा राम नगर और इंद्रा नगर की झुग्गी बस्तियों में विशेष अभियान चलाया गया। पुलिस टीम ने चिन्हित इलाकों में जाकर नशे से संबंधित नुकसान और इससे बचने के उपायों की जानकारी दी। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने भागीदारी की और नशा मुक्ति की शपथ भी ली। लोगों को बताया गया कि नशा न केवल आर्थिक बल्कि मानसिक रूप से भी पूरे परिवार को तोड़ देता है। पुनर्वास केंद्रों की लोकेशन और सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई।
पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी और समाज की भागीदारी से मजबूत हुआ संदेश
इस कार्यक्रम में जोन 1 के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्री आलोक शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नशे के खिलाफ सिर्फ पुलिस नहीं, बल्कि पूरे समाज को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करने में समाजसेवियों, शिक्षकों और परिवार की भूमिका को सबसे अहम बताया। थाना प्रभारी मल्हारगंज और उनकी टीम ने सीधे नागरिकों से संवाद कर उन्हें समझाया कि नशा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है और इससे बाहर निकलना ही बेहतर जीवन की ओर पहला कदम है।
