इंदौर, 29 जून 2025: आम जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण और पुलिस की कार्यप्रणाली व व्यावसायिक दक्षता में सुधार लाने के उद्देश्य से, मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के निर्देश पर इंदौर पुलिस कमिश्नरेट ने एक नई पहल की है। अब आम नागरिक सीधे पुलिस से संवाद स्थापित करने के लिए फीडबैक क्यूआर कोड का उपयोग कर सकेंगे। ये क्यूआर कोड शहर के प्रत्येक पुलिस थाने पर लगाए जाएंगे।

फीडबैक क्यूआर कोड का लोकार्पणइस
महत्वपूर्ण फीडबैक क्यूआर कोड का लोकार्पण आज डीजीपी मध्य प्रदेश श्री कैलाश मकवाना ने इंदौर प्रवास के दौरान आयोजित अपनी जोनल समीक्षा बैठक में किया। इस अवसर पर पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह, अति. पुलिस आयुक्त (का.व्य.) इंदौर श्री अमित सिंह, अति. पुलिस आयुक्त (अप./मु. ) इंदौर श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

कैसे काम करेगा यह फीडबैक सिस्टम?
डीजीपी मकवाना ने इस क्यूआर कोड के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये कोड शहर के उन सभी थानों पर लगाए जाएंगे जहां जनता का पुलिस से सीधा संपर्क होता है। जब कोई नागरिक अपनी समस्या या शिकायत लेकर थाने आता है, तो वह क्यूआर कोड को स्कैन करके अपना फीडबैक दे सकता है। इस फीडबैक में पुलिस का व्यवहार कैसा रहा, पुलिस ने उसकी समस्या पर क्या कार्रवाई की, और क्या आवेदक पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट है या असंतुष्ट, जैसी बातें शामिल होंगी।नागरिकों द्वारा दिया गया यह फीडबैक सीधे वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस कार्यालय में स्थित मॉनिटरिंग सेल में जाएगा। प्राप्त फीडबैक के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने आमजन से अपील की कि वे अपना बहुमूल्य फीडबैक देकर पुलिस की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।

राजेन्द्र नगर, तेजाजी नगर थानों को ISO 9001:2015 प्रमाण पत्र
आमजन के हितों और उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, बेहतर पुलिसिंग और संसाधनों के कुशल उपयोग के परिणामस्वरूप, इंदौर पुलिस कमिश्नरेट के पुलिस थाना तेजाजी नगर और राजेन्द्र नगर को ISO 9001:2015 प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है। डीजीपी श्री कैलाश मकवाना ने संबंधित थानों और अधिकारियों को यह सर्टिफिकेट समर्पित करते हुए सभी को बधाई दी। उन्होंने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए और उन्हें इसी तरह पूरी लगन व मेहनत से बेहतर पुलिसिंग करने के लिए प्रेरित किया। डीजीपी ने इंदौर पुलिस द्वारा आम नागरिकों के हितों में किए जा रहे प्रयासों की सराहना भी की।क्या आप इस नए फीडबैक सिस्टम के बारे में अधिक जानना चाहेंगे?