महेश्वर, [दिनांक 20/6/25]: नर्मदा तट पर एक फुटकर व्यापारी युवक द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या किए जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक के परिजनों ने सीधे तौर पर नगर परिषद अध्यक्ष के पति गजराज पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। यह घटनाक्रम महेश्वर में गहरी चिंता और रोष का विषय बन गया है, जहां नागरिक समाज इस मामले में तत्काल और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। जानकारी के अनुसार, बीते 18 जून को 20 वर्षीय आकाश नामक युवक ने नर्मदा तट स्थित एक आश्रम से कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। इस हृदय विदारक घटना के बाद गुरुवार को मृतक के पिता राजेश केवट ने थाना प्रभारी को एक लिखित शिकायत सौंपकर आरोप लगाया कि उनके बेटे ने नगर परिषद अध्यक्ष पति गजराज की प्रताड़ना से तंग आकर यह आत्मघाती कदम उठाया है।शिकायत में राजेश केवट ने बताया कि गजराज ने कुछ दिनों पूर्व नर्मदा तट पर उनके बेटे आकाश की नारियल और फूल की दुकान पर पहुंचकर उसके साथ न केवल मारपीट की थी, बल्कि उसकी दुकान का सामान भी जब्त कर लिया था। इस अमानवीय बर्ताव से आकाश बुरी तरह आहत था और मानसिक रूप से परेशान था। परिजनों का स्पष्ट आरोप है कि

गजराज के इसी कृत्य ने आकाश को आत्महत्या जैसे चरम कदम उठाने पर मजबूर किया। यह आरोप अत्यंत गंभीर हैं और महेश्वर के प्रशासनिक और सामाजिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। एक युवा व्यापारी की आत्महत्या और उसमें सीधे तौर पर एक प्रभावशाली व्यक्ति का नाम आना, कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। परिजनों ने पुलिस से तत्काल एफआईआर दर्ज कर गजराज की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह घटना दर्शाती है कि सत्ता और प्रभाव का दुरुपयोग किस प्रकार समाज के कमजोर वर्ग को निशाना बना सकता है। आवश्यकता है कि इस मामले की निष्पक्ष और तीव्र जांच की जाए। यदि आरोप सत्य पाए जाते हैं, तो दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। महेश्वर का नागरिक समाज इस प्रकरण में पुलिस और प्रशासन से त्वरित न्याय की उम्मीद कर रहा है।